अहंकार (Ego)
यदि हमसे कोई नफरत करे तो हम हमेशा उसके पीट पीछे कुछ न कुछ कहते रहते है, हम उसे गालियाँ देते है,उसके लिए बुरा-भला सोचते है या हम भी उससे नफरत कर लेते है! कोई हमारा थोडा मजाक क्या उड़ा ले, हम उसी पल उससे बदले की भावना रखने लगते हैं, आखिर कैसे हम उसे बेईज्जत करे यह सोचने लगते है!! क्या हुआ अगर कोई तुमसे नफरत करता है! क्या तुम एक प्यारी हंसी के साथ उसकी नफरत को अनदेखा नही कर सकते!! अगर कोई समाज में तुम्हारा मजाक उड़ाता है! तो कुछ कर के दिखाओ ऐसा की तुम्हारी मजाक उड़ाने की लोग सोच भी नही सकते!! अपने अहंकार (ego) के कारण बदले की भावना मे जीना छोड दो, न जाने कब ये हमारी इंसानियत को खोखला कर देगी!