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Showing posts from February, 2017

छोटी-छोटी ग़लतियाँ

पानी की छोटी-छोटी बूंदों से घडा भरता है, छोटी-छोटी ईंट से एक बड़ा घर बनता है, जीवन मे कुछ भी ज्यादा /बड़ा करना हो तो उसकी शुरुआत भी एक छोटे सिरे से या कम मात्रा से ही होती है! इतना तो ख...

बोलों वही जो कर सको!

इंसान अकसर रोज झूट बोलता है कभी कहता है में ऐसा करूंगा कभी कहता है में वैसा करूंगा पर करने को कुछ नही कर पाता सब मे नही पर हां ज्यादातर लोगो मे ये बात होती ही है कहने के लिए बड़ी ...