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सही व गलत व्यक्ति की पहचान

हर दिन हम कई लोगो से मिलते है! कुछ लोग गलत होकर भी सही होने का नाटक करते है और कुछ सही होकर भी गलत ही रह जाते है! असल मे गलती हमारी ही होती है, हम ही इस दिखावे मे फंस जाते है, हम ही नही पहचान पाते कि कौन सही और कौन गलत है! हमे अकसर वही सही लगता है, जो हमारा हर बुरे भले काम मे साथ दे, जो हमारी हर बात माने, जो हमारी बड़ी से बड़ी गलतियों को नजरअंदाज कर दें, जो हमारी हर वक्त तारीफें करे,, लेकिन सच तो ये है कि ये सारी बाते एक सही इंसान मे हो ही नही सकती!! एक भले इंसान ने कहा है-"बात-बात पर, बड़ी से बडी गलतियों पर भी बढावा देने वाला इंसान कभी आपको आगे बढते देख नही सकता, जो इंसान आपको हर काम मे निपुण बनाना चाहता है वो इंसान आपकी हर गलती पर आपको नीचा दिखाएगा "! 😊 बस इतनी सी बात अगर समझ ली जाए तो जीवन मे सही व गलत व्यक्ति की पहचान करना मुश्किल नही!! 😊

योजना

जीवन मे कोई भी काम बिना योजना के सफल हो ऐसा संभव होना मुश्किल होता है! बिना योजना के काम यदि करना भी चाहें तो उस काम मे इतनी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है जिससे सफल कार्य भी अंत मे असफल सा प्रतीत होता है क्योकी वह काम अकसर गिरते-मरते, धक्का-मुक्की, अधिक भागादौडी व आशान्त मन से पूर्ण होता है!! उदाहरण --यदि युद्ध मे कोई रणनीति न हो, कोई योजनाए न हो तो रणभूमि मे सैना का अधिक नाश होता है, योद्धा रण मे अधिक समय तक टिक नही पता फलस्वरुप जंग मे सैना को हार का सामना करना पड़ता है! 😊 उसी तरह क्रिकेट मैच मे यदि योजनाए न हो तो मैच हमेशा फंस जाता है फलस्वरुप या तो गिरते-मरते 1 या 2 रन या फिर 1विकेट से विजय मिलती है वरना बुरी तरह हार मिलती है परन्तु जब रणनीतियां बनी हो तो जीत का अंतराल ही कुछ अनोखा होता है!! दोनो उदाहरण को यदि जीवन से जोड़े तो हमे एक बात सीखने को ज़रूर मिलती है ---"हमे जीवन मे किसी भी बड़े काम को योजनाओं के साथ करना चाहिये जिससे काम खत्म होने के बाद चेहरे पर विजय की एक अलग ही चमक दिखे और अपनी जीत व योजनाओं पर हमें नाज़ हो!!

हकीकत बयान कर दें तो बुरे लगने लगते है!

आजकल सच तो मानों कहना ही अपराध है जिसने सच बोला तो अकसर दुनिया उसे नफरत के तराजु तौल लेती है! सब नही परन्तु कुछ लोगो मे सच सुनने का बिल्कुल भी धैर्यै नही होता.. जब - जब हम उनके सामने चुप रहकर सब कुछ बरदाश्त करके भी सच बयान नही करते तब - तब हम उन्हे अच्छे लगते है और अगर कभी हकीकत बयान कर दें तो उन्हे बुरे लगने लगते है! 😊 दोस्तों कभी भी हकीकत बयान करने मे पीछे मत रहना क्योकी चुप रहकर और सच छुपा कर अच्छी छवि बनाने से लाख गुना अच्छा सच बयान करके बुरी छवि मे रहना ही बेहतर है जिससे कम से कम आप अपनी नज़रों मे तो अच्छे  रहेंगे!! 😊