जिंदगी और मुश्किलें
देखा जाए तो जिंदगी और मुश्किलों में आपस में कुछ अटूट संबंध है ।
मुश्किलें हर कदम पर जिंदगी को चुनौती देती रहती है ।।
यदि कोई काम बिना मुश्किल के हो जाए तो ऐसा प्रतीत होता है जैसे कोई चमत्कार हुआ हो
हम सामान्य जिंदगी की बात करे तो सुबह से शाम तक जिंदगी में मुश्किलें ही मुश्किलें नज़र आती है -घर में सुबह पानी न आए तो मुश्किल, काम के लिए देर हो जाएं तो मुश्किल,मालिक को काम पसंद न आए तो मुश्किल,घर में कुछ परेशानीयां हो जाएं तो मुश्किल,
यही अगर विद्यार्थी जीवन की बात करें तो - सुबह देर से क्लास गए तो मुश्किल, प्रोजेक्ट समय से न हो तो मुश्किल, रात को पड़ते वक्त लाइट चले जाए तो मुश्किल।।
जिंदगी कुछ ऐसी ही छोटी-बड़ी मुश्किलों से रोज गुजरती है सच कहूं तो हमारा हर दिन मुश्किलों से भरा रहता है पर इसका मतलब यह नही की मुश्किलों के देख कर मुश्किलों से हार कर उसकी सजा हम अपनी जिंदगी को दें और कुछ उल्टे कदम उठा लें।
हमारी जिंदगी में मुश्किलें दो तरह की होती है -एक जो हमें रुला दें और दूसरी जो हमें लड़ने पर मजबूर कर दें।।
मुश्किलों के देख कर रोना, कमजोर पड़ना किसी भी मुश्किल को हल करने का सही तरीका नही ब्लकि ऐसी हरकतें जिंदगी में और भी नकारात्मक सोच पैदा करती हैं और गलत कदम उठाने को मजबूर करती है।
कोई भी जंग हमेशा लड़ कर ही जीती जाती है इसीलिये जिंदगी में हमेशा हर मुश्किल से लड़ना चाहिए और हर मुश्किल का सकारात्मकता से मुकाबला करना चाहिए ।।
मुश्किलें हर कदम पर जिंदगी को चुनौती देती रहती है ।।
यदि कोई काम बिना मुश्किल के हो जाए तो ऐसा प्रतीत होता है जैसे कोई चमत्कार हुआ हो
हम सामान्य जिंदगी की बात करे तो सुबह से शाम तक जिंदगी में मुश्किलें ही मुश्किलें नज़र आती है -घर में सुबह पानी न आए तो मुश्किल, काम के लिए देर हो जाएं तो मुश्किल,मालिक को काम पसंद न आए तो मुश्किल,घर में कुछ परेशानीयां हो जाएं तो मुश्किल,
यही अगर विद्यार्थी जीवन की बात करें तो - सुबह देर से क्लास गए तो मुश्किल, प्रोजेक्ट समय से न हो तो मुश्किल, रात को पड़ते वक्त लाइट चले जाए तो मुश्किल।।
जिंदगी कुछ ऐसी ही छोटी-बड़ी मुश्किलों से रोज गुजरती है सच कहूं तो हमारा हर दिन मुश्किलों से भरा रहता है पर इसका मतलब यह नही की मुश्किलों के देख कर मुश्किलों से हार कर उसकी सजा हम अपनी जिंदगी को दें और कुछ उल्टे कदम उठा लें।
हमारी जिंदगी में मुश्किलें दो तरह की होती है -एक जो हमें रुला दें और दूसरी जो हमें लड़ने पर मजबूर कर दें।।
मुश्किलों के देख कर रोना, कमजोर पड़ना किसी भी मुश्किल को हल करने का सही तरीका नही ब्लकि ऐसी हरकतें जिंदगी में और भी नकारात्मक सोच पैदा करती हैं और गलत कदम उठाने को मजबूर करती है।
कोई भी जंग हमेशा लड़ कर ही जीती जाती है इसीलिये जिंदगी में हमेशा हर मुश्किल से लड़ना चाहिए और हर मुश्किल का सकारात्मकता से मुकाबला करना चाहिए ।।
मुश्किलों से जीतने के लिए एक हिम्मत होनी चाहिए जिससे हम जिंदगी की हर मुश्किलों का जम कर मुकाबला कर सके और खुद को इतना मजबूत बना सके की कोई भी मुश्किल जिंदगी से हारने पर मजबूर न करें।।।
Great...
ReplyDeleteU have simplified the meaning of troubles in life...
Yes, it happens with everyone of us.. Bt those only triumph who have fighter spirit.
Danywaad mam😊
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