देशभक्ति या दिखावा??

उन्होने तो यह सोच कर आजादी दिलाई थी, यह सोच कर देश का संविधान बनाया था कि हमारी आने वाली भारतीय युवा पीढी उनके जाने के बाद देश का गौरव बढायेगी,देश का हर नागरिक(युवा)भारत मां की सेवा में अपना सहयोग देगा ।

लेकिन आज यदि वो होते तो उनके अंदर का भी देशभक्त मर जाता जब देखते की जिन युवाओं के लिए वो देश पर जान की बाजी लगा रहे है, जिन युवाओं के लिए संविधान बना रहें हैं वो युवा तो बस चंद ताऱीखो में ही भाऱत माता को याद किया करते है, अपने देश में ही नारेबाजी करके भारतीयता का अपमान करते हैं,तिरंगे के सामने राष्ट्रगान गाने के लिए अपने बिस्तर से तक निकलने का जज्बा नही रखते ।
आज तो बस युवाओं का देशभक्त सोशल मीडिया पर ही जागता है ।।
अगर आज मेरे देश में ये सब नही होता तो मैं भी अपने सोशल-मीडिया नेटवर्क पर भारत माता की जय लिखता, सभी को गणतन्त्रता दिवस की शुभकामनाये देता मगर अफसोस यह है ये सब देख कर,ये सब सुन कर मेरा दिल कहता है तुम भी तो बाकी सभी की तरह सोशल-मीडिया नेटवर्क तक ही अपनी देशभक्ती दिखा रहे हो ।
देशभक्ती दिखानी है तो देश के हित के लिए सोचो, देश की उन्न्ति के लिए अपना हर दिन कुछकुछ सहयोग दो ।।।

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