"बचपना और जवानी"

कहां पता था कि बचपन की एक आदत कुछ लोगो मे अब भी कायम  रह सकती है! बचपन मे जब नया खिलौना मिलता था तो पुराना खिलौना कितना भी अच्छा हो हम उसे छोड देते थे!! उसी तरह अब जब  नए लोग (खिलौने ) मिलते है तो कुछ लोग पुराने लोगो को भूल जाते है! बचपन मे एक बात अच्छी थी की नए खिलौने के टूटने पर हम पुराने से खेलते थे पर अब ये बात भूल जाते है!! 😊
नए लोगो से मिलना /जुडना सही है पर ये नही की नये लोग मिलते ही पुरानों को भूल जाओ क्योकी वक्त आने पर पुराने लोग ही काम आते है नए तो बस बहाने बनाते रहते है!!!  😊

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