" स्वार्थी न बनें "

आज कल सब जानते है की क्या अच्छा है और क्या बुरा पर फिर भी पता नही क्यो उन्हे लगता है की जितना अच्छा हो मेरे लिये हो    में करूंगा में आगे बढुन्गा, दूसरे के बारे मे ये सोचते है कि अगर ये आगे निकल गया तो मेरा तो कुछ नही होगा, आज कल अच्छी बात का कोई प्रचार नही करता इसीलिये क्योकी अगर अच्छी बात लोगो तक  पहुंच गयी तो सारे लोग समझदार हो जायेंगे और हम तो ऐसे ही रह जायेंगे!😊दोस्तों यदि कभी कोई भी बात आपको अच्छी लगे तो उसका प्रचार(share) ज़रूर करे क्योकी "इस स्वार्थी दुनिया मे अच्छाई ऐसे खो रही है जेसे समंदर मे नदी""!  इसीलिये अच्छाईयों को बढावा दें उन्हे खुद तक सीमित न रखे😊

Comments

Popular posts from this blog

जिंदगी और मुश्किलें

जिंदगी की शिकायतें

देशभक्ति या दिखावा??