इंसान की सोच

इंसान की सोच और नियत  समय -समय पर बदलती रहती है,चाय में अगर मख्खी गिर जाए तो वो चाय फेंक देता है,और अगर देशी घी में मख्खी गिर जाए तो वो मख्खी को फेंक देता है !😊 ऐसा ही कुछ जिंदगी मे भी हैं जब तक हम किसी के लिए फायदेमंद हो तब तक हमारा लोगो के लिये मान है वरना हम जिंदा हैं भी या नही किसी को कोई फ्रक नही पड़ता! 😊

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